एक मुस्लिम परिवार में जन्म लेने वाली शहनाज़ अख्तर हिन्दू देवी-देवताओं के भजन गाने वाली गायिका के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने रूढ़िवादी इस्लामी परम्परा और बँधनोंको तोड़कर हिन्दू धर्म के देवी-देवताओं से संबंधित अनेक भजन गाये हैं जिन्हें बहुत पसंद किया जाता है। अख्तर मध्यप्रदेश की रहने वाली हैं और एक संगीत पृष्ठभूमि वाले मुस्लमान परिवार में पैदा हुई। क्या आप शहनाज़ अख्तर को जानते हैं?
आपको बता दें शहनाज़ अख्तर जब 10 साल की थी तब से हिन्दू देवी-देवताओं के भजन गाती हैं। इस लेख में हम आपके सभी सवालों शहनाज़ अख्तर, आयु,पति, बेटी, परिवार, विकिपीडिया, गाने के बारे में बताएँगे। Shahnaz Akhtar Biography in Hindi के माध्यम से सभी जानकारी हिंदी में प्रदान की जा रही है लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

नाम (Name) | शहनाज अख्तर (Shahnaz Akhtar)/शहनाज उपाध्याय |
उपनाम (Nick Nmae) | शहनाज (Shahnaz) |
जन्म (Date of Birth) | 12 सितंबर 1974 |
आयु 2025 में (Age 2025) | 50 वर्ष (50 Years) |
जन्म स्थान ( Birth Place) | बरघाट, सिवनी जिला, मध्य प्रदेश, भारत (Barghat, Seoni district, Madhya Pradesh, India) |
पिता (Father) | मोहम्मद हनीफ (Mohammed Haneef) |
माता (Mother) | शबनम अख्तर (Shabnam Akhtar) |
भाई– बहन(Siblings) | ज्ञात नहीं |
शिक्षा (Education) | स्नातक (Graduate) |
स्कूल (School) | स्थानीय स्कूल (Local School) |
कॉलेज / युनिवेर्सिटी (College) | ज्ञात नहीं |
प्रोफेशन (Occupation) | भजन गायिका (Bhajan Gayika) |
धर्म (Religion) | इस्लाम (Islam) |
वैवाहिक स्थति (वैबाहिक स्थति) | विवाहित (Married) |
बॉयफ्रेंड/पति (Boyfriend/Husband) | एजाज खान, वर्तमान में विशिथ उपाध्याय के साथ रहती हैं ![]() |
शहनाज़ अख्तर का प्रारम्भिक जीवन (Shahnaz Akhtar Biography & Early Life )
शहनाज़ का जन्म मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के पास स्थित बरघाट में 12 सितंबर 1974 को एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। शहनाज़ को बचपन से ही संगीत विरासत में मिला क्योंकि इनके पिता उस्ताद मोहम्मद हनीफ शास्त्रीय गायक और तबलावादक थे। अख्तर की माता का नाम शबनम अख्तर था जो एक मशहूर लोक गायिका रही हैं। अख्तर को संगीतमय माहौल में बचपन से ही संगीत से प्यार हो गया और इन्होने मात्र 10 वर्ष की आयु में ही संगीत को चुन लिया और भजन गायन से अपने जीवन की शुरुआत की। तमाम रूढ़ियों और धार्मिक प्रतिबंधों को अनदेखा कर इन्होने हिन्दू देवी-देवताओं के भजन गाने शुरू किये।
शहनाज़ अख्तर की शिक्षा
शहनाज़ अख्तर का जन्म 12 सितंबर 1974 को मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के पास स्थित बरघाट में हुआ और उनकी प्रारम्भिक शिक्षा बरघाट के स्थानीय स्कूल में हुई जहाँ से उन्होंने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपने करियर के साथ-साथ अपनी पढाई को भी जारी रखा और प्राइवेट कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। अपनी पढाई पूरी करने के बाद अख्तर ने अपना पूरा ध्यान भजन गायकी पर लगा दिया और खूब प्रसिद्धि हासिल की।
शहनाज़ अख्तर की आयु 2025
शहनाज़ अख्तर का जन्म 12 सितंबर 1974 को एक संगीत से जुड़े मुस्लमान परिवार में हुआ था। अगर वर्तमान में उनकी आयु के बात करें तो मार्च 2025 तक इनकी आयु 50 वर्ष है। शहनाज़ का नाम एक हिन्दू धर्म के भजन गाने वाली गायिका के रूप में प्रसिद्ध है। मगर 2009 में एक हत्या से जुड़े मामले में इन्हें और इनके साथियों को उम्र कैद की सजा हुई है। इसके बारे में आगे विस्तार से चर्चा करेंगे।
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शहनाज अख्तर का परिवार
शहनाज़ अख्तर का जन्म एक मुसलमान परिवार में हुआ है जो शुरू से ही संगीत की पृष्ठभूमि से जुड़ा था। अख्तर के परिवार में उनके पिता उस्ताद मोहम्मद हनीफ थे जो एक शास्त्रीय गायक और तबलावादक थे। वहीँ अख्तर की माता शबनम अख्तर भी एक लोक गायिका रही हैं। इसके आलावा उनके भाई-बहनों के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने एजाज खान से विवाह किया है और दम्पत्ति के 2 संतान हैं सारा अख़्तर,वीरा अख़्तर दोनों बेटियां हैं।

शहनाज़ अख्तर का करियर
जैसा कि हम आपको पहले बता चुके हैं कि शहनाज़ अख्तर का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ जिसमें संगीत का माहौल था और उनके पिता तथा माता दोनों ही संगीत से जुड़े थे। ऐसे में शहनाज़ का संगीत और गायन को अपनाना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। इसमें सबसे आश्चर्य की बात यह है कि अख्तर ने मात्र 10 वर्ष की आयु में भजन गाने शुरू किये जो हिन्दू-देवताओं के थे। यह देखकर कटटरपंथी मुस्लिम समाज के लोग उनके खिलाफ हो गए और उनका जबर्दस्त विरोध किया। मगर अख्तर ने सभी विरोध और धार्मिक फतवे को दरकिनार करते हुए अपनी भजन गायिकी को जारी रखा।
2005 में अख्तर ने अपना पहला भजन एल्बम जारी किया। अब तक उन्होंने 75 से अधिक भजन एल्बम जारी किये हैं जिसमें ‘छुम-छुम छननन बाजे मइया पांव पैजनिया’ भजन सुपर डुपर हिट हुआ था। अख्तर ने हिन्दू धर्म के प्रति अपनी श्रद्धा को दर्शाते हुए अनेक भजन संध्या और नवरात्रों में लगने वाले पंडालों में भजन गाये हैं। वे अक्सर हिन्दू मंदिरों में दर्शन के लिए जाती हैं विशेष रूप से उन्हें महकाल मंदिर में जाना पसंद है।
इस समय अख्तर नवरात्री के पंडालों में भजन गाने की तैयारी कर रहीं हैं। उन्होंने कटटरपंथियों की धमकियों को यह कहकर ठुकरा दिया कि “25 साल हो गए भजन गाते हुए अब कौन कुछ बिगड़ेगा” इससे पता चलता है वे एक निडर महिला हैं।
शहनाज़ अख्तर की शारीरिक संरचना
वजन | 55 किलोग्राम |
ऊंचाई | 5 फीट 5 इंच |
बॉडी साइज़ | 34-30-34 |
बालों का कलर | काला |
आखों का रंग | भूरा |
जूते का साइज़ | 6 US |
शहनाज अख्तर की बेटियां
शहनाज़ अख्तर की दो बेटियां हैं जिनका नाम सारा अख़्तर, और वीरा अख़्तर है। दोनों बेटियां अपनी माँ की तरह ही हिन्दू भजन गायकी से जुड़ गई हैं और भगवा रंग धारण किये अपनी माँ के साथ भजन मंचों पर साथ रहती हैं। सारा अख्तर अपनी माँ की तरह ही भजन गायिका हैं और देवी माता के भजन गाती हैं।

शहनाज़ अख्तर का पति/प्रेमी विशिथ उपाध्याय
शहनाज अख्तर ने एजाज खान नामक व्यक्ति से निकाह (शादी) किया है और दम्पत्ति की दो बेटियां हैं जिनका नाम सारा अख्तर और वीरा अख्तर दो बेटियां हैं। इसके अतिरिक्त शहनाज़ का एक कथित प्रेमी 19 वर्षीय अज़हर खान था जो उनसे आयु में काफी काम था। पति को यह बात पता लगने पर उसने उसे ठिकाने लगाने का सोचा और अंततः उसकी हत्या का दी। बाद में सभी आरोपी पकड़े गए और अदालत आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
जेल से छूटने के बाद उसने विशिथ उपाध्याय के साथ नए सिरे से जिंदगी को संवारना शुरू किया है। और अब उन्होंने अपना नाम शहनाज उपाध्याय कर लिया है और वे अब मंगलसूत्र पहनती हैं तथा मांग में सिंदूर भी लगाती हैं।

पति और देवर और उसके साथियों के साथ मिलकर की थी प्रेमी की हत्या
2009 में एक युवा की लाश पुलिस को मिली जिसकी शिनाख्त अजहर खान (19 वर्ष) के रूप में हुई। जब इस मामले की छान-बीन हुई तब यह तथ्य सामने आया की मृतक अज़हर शहनाज़ अख्तर का प्रेमी था। शहनाज़ उम्र में अज़हर से काफी बड़ी थी। जब शहनाज़ और अज़हर के बीच प्रेम संबंधों बात पति एज़ाज़ खान को पता चली तो उसने अबला-फुसलाकर अज़हरा को बुलाया और उसकी हत्या कर लाश जंगल में फेंक दी।
इस मामले में पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद शहनाज़ और उसके पति एज़ाज़ के आलावा इनामुल हक, प्रशांत सोनी, मोहित यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अदालत ने इन सभी को उम्र कैद की सजा सुनाई। शहनाज़ बीच-बीच में पैरोल पर बाहर आती है। फिलहाल शहनाज़ जमानत पर है।
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शहनाज अख्तर की नेटवर्थ 2025
शहनाज़ अख्तर देवी जागरण और पंडालों में ,आता के भजन गाती हैं और अच्छी खासी फीस बसूलती हैं इसके आलावा उन्होंने अपने भजनों के बहुत से एल्बम भी रिलीज किये हैं। वे काफी कमाई करती हैं मगर उनकी कमाई और कुल सम्पत्ति के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है।
शहनाज़ अख्तर विकिपीडिया (Shahnaz Akhtar Wikipedia)
शहनाज़ अख्तर के बारे में विकिपीडिया ने कोई पेज नहीं बनाया है और न ही कोई जानकरी साझा की है।
शहनाज़ अख्तर सोशल मीडिया उपस्थिति
शहनाज़ अख्तर सोशल मीडिया पर सक्रीय हैं और उन्हें इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर फॉलो किया जा सकता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म | अकाउंट ID | फॉलोवर्स/सब्सक्राइबर्स (मार्च 2025 तक) |
इंस्टाग्राम | shahnaaz_akhtar_official | 989K followers |
यूट्यूब | @shahnaaz-akhtar | 3.87M subscribers |
फेसबुक | @ShahnaazAkhtar | 184K followers |
शहनाज अख्तर से जुड़े कुछ काम ज्ञात तथ्त ( Some Facts about Shahnaz Akhtar)
- शहनाज़ अख्तर एक मुस्लिम गायिका हैं जो माता के भजन गाकर मशहूर हुई।
- शहनाज़ को बचपन से ही माता के भजन सुनने का शौक था और आगे चलकर उन्होंने इसे अपना करियर बनाया।
- नवरात्र और गरवा पंडालों में शहनाज़ के भजनों के के खूब बुकिंग होती हैं।
- इनके 75 से ज्यादा भजनों के एल्बम रिलीज़ हो चुके है।
- शहनाज़ लाइव शो और स्टेज शो भी करती है।
- शहनाज़ और उनके पति एज़ाज़ को 19 वर्षीय अज़हर के मर्डर में उम्रकैद की सजा हुई है।
- शहनाज फिलहाल जमानत पर हैं।
- शहनाज़ को महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए जाना बहुत पसंद है।
- शहनाज़ ने अब अपना नाम शाहनाज़ उपाध्याय कर लिया है।
- शहनाज़ फ़िलहाल विशिथ उपाध्याय के साथ अपने जीवन की नई शुरुआत कर चुकी हैं।
- शहनाज़ की दो बेटियां है- सारा अख़्तर, और वीरा अख़्तर जो माता के भजन गाती हैं।
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शहनाज अख्तर द्वारा गाये कुछ प्रमुख भजन (Shahnaz Akhtar Bhajan)
English Title | Hindi Title |
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“Chhum Chhum Chhanan Baje Maiya Pao Paijanlya” | “छुम छुम छनन बाजे मैया पाओ पैजनिया” |
“Shankar Chaura Re” | “शंकर चौरा रे” |
“Meri Chudi Amar Kar Dena Maa” | “मेरी चूड़ी अमर कर देना माँ” |
“Jagmag Jyot Jale Maa Teri Jagmag Jyot Jale” | “जगमग ज्योत जले माँ तेरी जगमग ज्योत जले” |
“Mamta Mai Maa He Jagdambe” | “ममता मई माँ हे जगदम्बे” |
“Mohi Re Hamaro Man Moh Liyo” | “मोहि रे हमारो मन मोह लियो” |
“Jhula Jhulan Aai Ho Jagdamba Bhavani” | “झुला झूलन आई हो जगदम्बा भवानी” |
“Tune Aisa Darbar Nahi Dekha” | “तूने ऐसा दरबार नहीं देखा” |
“Tum Kalyaani Ho Maharani Jagdambe Maa Kalyaani Ho” | “तुम कल्याणी हो महारानी जगदम्बे माँ कल्याणी हो” |
“Maiya Ke Diwano Ne Darbara Sajaya Hai” | “मैया के दीवानों ने दरबारा सजाया है” |
“Saji Teri Galyaan” | “सजी तेरी गलियां” |
“Bol Jaykare Re Bol Jaykare” | “बोल जयकारे रे बोल जयकारे” |
“Lagan Lagi Tose Mori Maiya” | “लगन लागि तोसे मोरी मैया” |
“Mai Dene Wali Hai Hum Lene Wale Hain” | “माई देने वाली है हम लेने वाले हैं” |
“Teri Kripa Se Maiya Har Kaam Ho Gaya” | “तेरी कृपा से मैया हर काम हो गया” |
“Meri Bhi Arz Sun Le” | “मेरी भी अरज सुन ले” |
“Amba Mai Utri Hai Bag Mein Ho Maa” | “अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां” |
“Teri Jai Jai Jai Maa Sharade” | “तेरी जय जय जय माँ शारदे” |
शहनाज़ अख्तर के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-FAQ
प्रश्न- शहनाज़ अख्तर की उम्र क्या है?
उत्तर- शहनाज़ अख्तर का जन्म 12 सितंबर 1974 को हुआ है और मार्च 2025 तक उनकी आयु 50 वर्ष है।
प्रश्न- शहनाज अख्तर की शादी किससे हुई है?
उत्तर- शहनाज़ ने एज़ाज़ खान से शादी की है जिसे 2009 में एक हत्या के में उम्रकैद की सजा हुई है।
प्रश्न- शहनाज़ अख्तर क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर- शहनाज़ अख्तर एक मुस्लिम हैं मगर वे माता के भजन गाने के लिए प्रसिद्ध हैं।
प्रश्न-शहनाज़ अख्तर के कितने बच्चे हैं?
उत्तर- शहनाज़ अख्तर के दो बेटियां सारा अख़्तर, और वीरा अख़्तर जो माता के भजन गाती हैं।
प्रश्न- शहनाज़ अख्तर को जेल क्यों हुई?
उत्तर- शहनाज़ अख्तर और उनके पति तथा अन्य को 2009 में अज़हर नाम के युवा की हत्या के लिए उम्रकैद की सजा हुई है।
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