Zubeen Garg Death Story: असम में संगीत के पितामाह की बात करें तो भूपेन हज़ारिका का नाम सबसे ऊपर आता है। लेकिन हाल के कुछ वर्षों में कई होनहार गायक और संगीत से जुड़ी प्रतिभाएं असम में उभरी। ऐसी ही एक शानदार प्रतिभा का नाम है जुबिन गर्ग जिनका नाम सबसे ऊपर आता है। वे न सिर्फ एक शानदार गायक थे, बल्कि एक प्रतिभावान संगीतकार, कुशल अभिनेता और बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व थे। मगर नियति बहुत क्रूर होती है इस इस कलाकार की असमय मृत्यु ने असम संगीत को झकजोर दिया है।
जुबिन गर्ग की जीवनी (Zubeen Garg Biography in Hindi) पढ़कर जानकारी मिलेगी कि कैसे एक छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने बॉलीवुड तक का सफर तय किया। इस लेख में हम उनकी आयु, मृत्यु का कारण, प्रारंभिक जीवन, माता-पिता, शिक्षा, करियर, पत्नी और बच्चे, लोकप्रिय गाने तथा नेट वर्थ के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

Zubeen Garg Introduction: जुबिन गर्ग परिचय
विशेषता | विवरण |
---|---|
वास्तविक नाम | जुबिन बोर्थाकुर |
लोकप्रिय नाम | जुबिन गर्ग |
जन्म तिथि | 18 नवंबर, 1972 |
जन्म स्थान | तुरा, मेघालय, भारत |
आयु (2025 तक) | 52 वर्ष (मृत्यु के समय) |
पिता | मोहिनी मोहन बोर्थाकुर (मजिस्ट्रेट, गीतकार और कवि, उपनाम कपिल ठाकुर) |
माता | स्वर्गीय इली बोर्थाकुर (गायिका, नृत्यांगना और अभिनेत्री) |
बहनें | जॉनकी बोर्थाकुर (मृत, 2002; अभिनेत्री और गायिका), डॉ. पालमे बोर्थाकुर (भरतनाट्यम नृत्यांगना) |
पत्नी | गरिमा सैकिया गर्ग (फैशन डिजाइनर, विवाह 2002 में) |
बच्चे | कोई नहीं |
मृत्यु तिथि | 19 सितंबर, 2025 |
मृत्यु का कारण | सिंगापुर में नॉर्थईस्ट फेस्टिवल के दौरान स्कूबा डाइविंग दुर्घटना |
Zubeen Garg Early Life and Parents | जुबिन गर्ग का प्रारंभिक जीवन और परिवार
जुबिन गर्ग का जन्म 18 नवंबर 1972 को एक असमिया ब्राह्मण परिवार में मेघालय के तुरा जिले में हुआ था। आपको बता दें उनका वास्तविक नाम जुबिन बोर्थाकुर था। और उनका नाम संगीतकार ज़ुबिन मेहता के नाम पर रखा गया था, जबकि वे अपने उपनाम में गर्ग गोत्र लगाते थे। गर्ग बचपन से ही संगीतमय माहौल में पले-बढ़े और मात्र तीन वर्ष की आयु में उन्होंने गाना प्रारम्भ कर दिया था।
गर्ग की संगीत के प्रति रुचि का पता इस बात से ही चलता है कि उन्होंने स्कूल के दिनों से ही गीत लिखना शुरू कर दिया था। गर्ग को संगीत अपनी माता के गर्भ से ही मिला, उनकी मां इलाय बोर्थाकुर, जो एक गायिका थीं, से उन्हें गायन की प्रेरणा मिली। इसके अतिरिक्त उन्होंने पंडित रॉबिन बनर्जी से 11 साल तक तबला भी सीखा और गुरु रमणी राय से असमिया लोक संगीत की बारीकियां समझीं।
जुबिन गर्ग के पिता मोहिनी मोहन बोर्थाकुर सरकारी सेवा में एक मजिस्ट्रेट थे, जो कवि और गीतकार भी थे। वे ‘कपिल ठाकुर’ के नाम से कविताएं लिखते थे। दुर्भाग्य से, जुबिन की मां का निधन हो चुका था। इस तरह उनका उनका सम्पूर्ण परिवार संगीत और साहित्य से जुड़ा था, जिसने जुबिन के व्यक्तित्व को संगीतमय आकार दिया।
गर्ग ने तामुलपुर हायर सेकेंडरी स्कूल से मैट्रिक पास हुए। अगर गहराई से देखें तो जुबिन गर्ग का प्रारंभिक जीवन (Zubeen Garg Early Life) संघर्ष और नेसर्गिक प्रतिभा से भरा था, जिसने उन्हें असम के सांस्कृतिक क्षेत्र का चमकता सितारा बनाया।

नाम | जुबिन गर्ग |
जन्म | 18 नवंबर 1972 |
जन्मस्थान | मेघालय के तुरा जिले में |
पिता | मोहिनी मोहन बोर्थाकुर |
माता | इलाय बोर्थाकुर |
भाई-बहन | दो बहनें- जॉनकी बोर्थाकुर और डॉ. पालमे बोर्थाकुर |
जाति | ब्राह्मण |
धर्म | हिन्दू |
Zubeen Garg Education: जुबिन गर्ग की शिक्षा
जुबिन गर्ग ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा तामुलपुर हायर सेकेंडरी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने बी. बोरूआ कॉलेज से बैचलर ऑफ साइंस की पढ़ाई शुरू की, लेकिन बचपन से ही संगीत के प्रति जुनून के कारण उन्होंने इसे बीच में ही छोड़ दिया। वे मानते थे कि वास्तविक शिक्षा जीवन के नित अनुभवों से हासिल होती है। उनकी यह निर्णय सही सिद्ध हुआ, क्योंकि उन्होंने अपने संगीत करियर पर एकाग्रता से काम किया और संगीत की ऊंचाइयों को छुआ।
शिक्षा | बैचलर ऑफ साइंस (कॉलेज ड्राप आउट) |
स्कूल | तामुलपुर हायर सेकेंडरी स्कूल |
कॉलेज | बी. बोरूआ कॉलेज |
Zubeen Garg Career: जुबिन गर्ग का करियर
जुबिन गर्ग ने अपने संगीत का करियर 1992 में शुरू किया जब उनका पहला असमिया एल्बम ‘अनामिका’ लॉन्च किया। इसके बाद ‘शपुनोर शूर’ (1992), ‘जुनकी मोन’ (1993), ‘माया’ (1994) और ‘आशा’ (1995) जैसे एल्बम आए। 1995 में उन्होंने मुंबई का रूख किया और बॉलीवुड में पदार्पण किया और फिल्म ‘गद्दार’ में संगीत दिया। एक गायक के रूप में उनका पहला हिंदी ब्रेकथ्रू 2006 में ‘गैंगस्टर’ फिल्म के गाने ‘या अली’ से हुआ, जिसके लिए उन्हें ग्लोबल इंडियन फिल्म अवॉर्ड मिला।
आपको जानकर आश्चर्य होगा की गर्ग अब तक 40 भाषाओं में गाना गा चुके थे और 12 संगीत वाद्ययंत्र को कुशलता से बजाते थे, जैसे अनंदलहरी, ढोल, डॉटारा, गिटार आदि। अपने संगीत में योगदान के लिए 2009 में उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिला ‘इकोज ऑफ साइलेंस’ के लिए।
गर्ग ने बंगाली संगीत में भी उल्लेखनीय योगदान दिया था, जैसे ‘मोन’ (2003) और ‘शुधु तुमी’ (2004)। 2024 में उन्हें मेघालय यूनिवर्सिटी से मानद डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की उपाधि मिली। जुबिन गर्ग ने अपने करियर (Zubeen Garg Career) में असमिया, बंगाली और हिंदी संगीत जगत को समृद्ध करने में मह्त्वपूण योगदान दिया।

वर्ष (Year) | एल्बम का नाम (Album Name) | भाषा (Language) |
---|---|---|
1992 | अनामिका (Anamika) | असमिया (Assamese) |
1992 | शपुनोर शूर (Xopunor Xur) | असमिया (Assamese) |
1993 | जुनकी मोन (Junkar Mon) | असमिया (Assamese) |
1994 | माया (Maya) | असमिया (Assamese) |
1995 | आशा (Asha) | असमिया (Assamese) |
2003 | मोन (Mon) | बंगाली (Bengali) |
2004 | शुधु तुमी (Shudhu Tumi) | बंगाली (Bengali) |
2006 | ‘या अली’ | हिंदी |
2007 | जिंदगी (Zindagi) | हिंदी (Hindi) |
2007 | मुकुट (Mukha) | असमिया (Assamese) |
2007 | उरोनिया मोन (Uronia Mon) | असमिया (Assamese) |
Zubeen Garg Wife and Children: जुबिन गर्ग की पत्नी और बच्चे
जुबिन गर्ग की शादी 4 फरवरी 2002 को गोलाघाट, असम की जानी-मानी फैशन डिजाइनर गारिमा सैकिया गर्ग से हुई। दम्पत्ति एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे मगर दुर्भाग्य से उनके कोई संतान नहीं थी, लेकिन दम्पत्ति ने एक बेटा गोद लिया है जिसका नाम गौतम गर्ग है ( Gautam Garg) है। जुबिन अपने व्यक्तिगत जीवन को मीडिया से दूर रखते थे, लेकिन पत्नी गारिमा उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा थीं। जुबिन गर्ग की असमय मृत्यु ने गरिमा को अंदर तक झकझोर दिया है।

पत्नी का नाम | गारिमा सैकिया गर्ग |
विवाह | 4 फरवरी 2002 |
संतान | कोई नहीं |
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Zubin Garg’s Body Structure: जुबिन गर्ग की शारीरिक बनावट
ऊंचाई (Height) | लगभग 5 फीट 8 इंच (173 सेमी) |
वजन (Weight) | लगभग 75-80 किलोग्राम |
शारीरिक बनावट (Build) | औसत, स्वस्थ और फिट |
बालों का रंग (Hair Color) | काला, उम्र के साथ कुछ सफेद बाल |
बालों की शैली (Hair Style) | मध्यम लंबाई, अक्सर साइड पार्टिंग या स्टेज परफॉर्मेंस के लिए स्टाइलिश |
आंखों का रंग (Eye Color) | गहरा भूरा |
त्वचा का रंग (Skin Tone) | मध्यम गेहुंआ (Wheatish) |
विशेष पहचान (Distinctive Features) | आकर्षक मुस्कान और ऊर्जावान मंच उपस्थिति |
Zubeen Garg Popular Songs: जुबिन गर्ग के लोकप्रिय गाने
वर्ष | गाना | एल्बम/फिल्म | भाषा | विवरण |
---|---|---|---|---|
1994 | माया | माया (एल्बम) | असमिया | असमिया क्लासिक |
2003 | सपने सारे | मुद्दा-द इश्यू (फिल्म) | हिंदी | लोकप्रिय बॉलीवुड गाना |
2003 | होली रे | मुंबई से आया मेरा दोस्त (फिल्म) | हिंदी | उत्सवपूर्ण बॉलीवुड ट्रैक |
2003 | जो प्यार तुमने | जाल: द ट्रैप (फिल्म) | हिंदी | रोमांटिक बॉलीवुड गाना |
2006 | या अली ![]() | गैंगस्टर (फिल्म) | हिंदी | सबसे बड़ा हिट, ग्लोबल इंडियन फिल्म अवॉर्ड विजेता |
2008 | मोन जाने ना | – | बंगाली | लोकप्रिय बंगाली गाना |
2008 | पिया रे पिया रे | चिरोदिनी तुमी जे अमार (फिल्म) | बंगाली | रोमांटिक बंगाली हिट |
– | तुमी जुनु परिबा हुन | – | असमिया | प्रसिद्ध असमिया गाना |
– | दूरे दूरे | – | असमिया | असमिया हिट |
– | बोरोखा जेटिया नामे | – | असमिया | लोकप्रिय असमिया गाना |
Zubeen Garg Net Worth: जुबिन गर्ग की नेट वर्थ
2025 तक जुबिन गर्ग की नेट वर्थ लगभग 6-8 मिलियन डॉलर (₹50-70 करोड़) अनुमानित थी। उनकी कमाई मुख्य रूप से गायन, संगीत निर्देशन, एल्बम और कॉन्सर्ट्स से आती थी। वे असम के ‘रॉकस्टार’ कहलाते थे और उनकी संपत्ति में घर, कारें और निवेश शामिल थे।
कुल सम्पत्ति $ में | 6-8 मिलियन डॉलर |
सम्पत्ति रूपये में ₹ | ₹50-70 करोड़ |
Zubeen Garg Age and Death Cause: जुबिन गर्ग की आयु और मृत्यु का कारण
आज जो सब लोग जानना चाहते हैं कि ज़ुबिन गर्ग की मृत्यु का वास्तविक कारण क्या है?, तो आपको बता दें 52 वर्षीय गर्ग की मृत्यु 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान एक हादसे में उनकी मृत्यु हो गई। मीडिया खबरों के अनुसार, वे नॉर्थईस्ट फेस्टिवल में हिस्सा लेने सिंगापुर गए थे, जहां डाइविंग के समय वे समुद्र में गिर गए। इस तरह जुबिन गर्ग की मृत्यु कारण (Zubeen Garg Death Cause) स्कूबा डाइविंग दुर्घटना थी, जो असम और भारतीय संगीत जगत के लिए बड़ा झटका है।

Zubeen Garg Awards: ज़ुबिन गर्ग के पुरस्कार और सम्मान
वर्ष | पुरस्कार | श्रेणी | कार्य | भाषा | टिप्पणी |
---|---|---|---|---|---|
2005 | नेशनल फिल्म अवॉर्ड | बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर (नामांकन) | दिनबंधु (फिल्म) | असमिया | अभिनय और संगीत निर्देशन के लिए नामांकन |
2005 | नेशनल फिल्म अवॉर्ड | बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन (नामांकन) | दिनबंधु (फिल्म) | असमिया | संगीत निर्देशन के लिए नामांकन |
2005 | BFJA अवॉर्ड | बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर | शुधु तुमी (फिल्म) | बंगाली | बंगाली फिल्म में संगीत के लिए |
2005 | प्राग सिने अवॉर्ड | बेस्ट प्लेबैक सिंगर (मेल) | रंग (फिल्म) | असमिया | गायन के लिए पुरस्कार |
2006 | ग्लोबल इंडियन फिल्म अवॉर्ड (GIFA) | बेस्ट प्लेबैक सिंगर (मेल) | या अली (गैंगस्टर) | हिंदी | सबसे बड़ा हिट गाना |
2006 | फिल्मफेयर अवॉर्ड | बेस्ट प्लेबैक सिंगर (मेल) (नामांकन) | या अली (गैंगस्टर) | हिंदी | नामांकन |
2006 | ज़ी सिने अवॉर्ड | बेस्ट प्लेबैक सिंगर (मेल) (नामांकन) | या अली (गैंगस्टर) | हिंदी | नामांकन |
2006 | IIFA अवॉर्ड | बेस्ट प्लेबैक सिंगर (मेल) (नामांकन) | या अली (गैंगस्टर) | हिंदी | नामांकन |
2007 | स्टारडस्ट अवॉर्ड | न्यू म्यूजिकल सेंसेशन (मेल) | या अली (गैंगस्टर) | हिंदी | गायन के लिए पुरस्कार |
2007 | सेजु-सेजु अवॉर्ड | कविता संग्रह | – | असमिया | काव्य पुस्तक के लिए |
2008 | नेशनल फिल्म अवॉर्ड | बेस्ट फीचर फिल्म (अभिनेता) (नामांकन) | मॉन जाय (फिल्म) | असमिया | लीड रोल के लिए नामांकन |
2009 | नेशनल फिल्म अवॉर्ड | बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन (नॉन-फीचर फिल्म) | इकोज ऑफ साइलेंस | – | नॉन-फीचर फिल्म के लिए |
2018 | प्राग सिने अवॉर्ड | बेस्ट एक्टर | मिशन चाइना (फिल्म) | असमिया | अभिनय के लिए पुरस्कार |
2018 | प्राग सिने अवॉर्ड | बेस्ट फिल्म | मिशन चाइना (फिल्म) | असमिया | निर्माता के रूप में |
2018 | प्राग सिने अवॉर्ड | बेस्ट प्लेबैक सिंगर (मेल) (नामांकन) | दिन ज्वोले राति ज्वोले (मिशन चाइना) | असमिया | गायन के लिए नामांकन |
2018 | प्राग सिने अवॉर्ड | बेस्ट एक्टर (नामांकन) | प्रियार प्रियो (फिल्म) | असमिया | अभिनय के लिए नामांकन |
– | पुरुषोत्तम दास अवॉर्ड | – | – | – | संगीत में योगदान के लिए |
2011 | गेस्ट आर्टिस्ट ऑफ द ईयर | – | – | – | असम कन्वेंशन, शिकागो, USA द्वारा सम्मान |
2015 | संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड | भारतीय संगीत में योगदान | – | – | भारतीय संगीत को समृद्ध करने के लिए |
2024 | मानद डॉक्टर ऑफ लिटरेचर (D.Litt.) | – | – | – | मेघालय यूनिवर्सिटी द्वारा सम्मान |
जुबिन गर्ग से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
जुबिन गर्ग की आयु कितनी थी?
जुबिन गर्ग की आयु उनकी मृत्यु (19 सितंबर 2025) के समय 52 वर्ष थी। उनका जन्म 18 नवंबर 1972 को हुआ था।
जुबिन गर्ग का जन्म स्थान कहाँ है?
जुबिन गर्ग का जन्म तुरा, मेघालय, भारत में हुआ था, लेकिन वे असम के जोरहाट में पले-बढ़े।
जुबिन गर्ग की पत्नी का नाम क्या है?
जुबिन गर्ग की पत्नी का नाम गरिमा सैकिया गर्ग है, जो एक फैशन डिज़ाइनर हैं। उनकी शादी 4 फरवरी 2002 को हुई थी।
जुबिन गर्ग की मृत्यु का कारण क्या था?
जुबिन गर्ग की मृत्यु 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में नॉर्थईस्ट फेस्टिवल के दौरान स्कूबा डाइविंग दुर्घटना के कारण हुई।
क्या जुबिन गर्ग के कोई बच्चे थे?
नहीं, जुबिन गर्ग और उनकी पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग के कोई बच्चे नहीं थे।
जुबिन गर्ग की नेट वर्थ कितनी थी?
2025 तक जुबिन गर्ग की नेट वर्थ लगभग 6-8 मिलियन डॉलर (₹50-70 करोड़) अनुमानित थी, जो गायन, संगीत निर्देशन, और कॉन्सर्ट्स से आई थी।
जुबिन गर्ग के माता-पिता कौन थे?
उनके पिता मोहिनी मोहन बोर्थाकुर एक मजिस्ट्रेट और कवि (उपनाम कपिल ठाकुर) थे, और उनकी मां स्वर्गीय इली बोर्थाकुर एक गायिका, नृत्यांगना और अभिनेत्री थीं।
जुबिन गर्ग ने कितनी भाषाओं में गाने गाए?
जुबिन गर्ग ने 40 से अधिक भाषाओं और बोलियों में 32,000 से ज्यादा गाने गाए, जिनमें असमिया, हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगु आदि शामिल हैं।
जुबिन गर्ग का सबसे लोकप्रिय गाना कौन सा है?
उनका सबसे लोकप्रिय गाना “या अली” (फिल्म: गैंगस्टर, 2006) है, जिसके लिए उन्हें ग्लोबल इंडियन फिल्म अवॉर्ड मिला।
जुबिन गर्ग को कौन से पुरस्कार मिले?
जुबिन गर्ग को 2006 में “या अली” के लिए ग्लोबल इंडियन फिल्म अवॉर्ड, 2009 में “इकोज ऑफ साइलेंस” के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड, और 2024 में मेघालय यूनिवर्सिटी से मानद डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की उपाधि मिली।
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