Women Ministers in Bihar Cabinet 2025: बिहार में 20 नवंबर 2025 को नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। एनडीए की भारी जीत के बाद गठित नई बिहार सरकार में महिलाओं की भागीदारी पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महिलाओं ने रिकॉर्ड मतदान किया, जिसने एनडीए को बड़ी जीत दिलाई। लेकिन क्या नई कैबिनेट में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिला? आइए विस्तार से जानते हैं कि बिहार सरकार में कुल कितनी महिला मंत्री बनी हैं और साथ ही बिहार विधानसभा में कुल कितनी महिलाएं चुनाव जीतकर आई हैं।

नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में महिला मंत्री: Women Ministers in Bihar Cabinet
नई बिहार कैबिनेट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुल 27 मंत्री शामिल हैं। इनमें से केवल 3 महिला मंत्री हैं। ये हैं:
श्रेयसी सिंह: Shreyasi Singh (बीजेपी)
जमुई विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की विधायक श्रेयसी सिंह न केवल एक सफल राजनेता हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की पूर्व ओलंपियन शूटिंग खिलाड़ी भी हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकीं श्रेयसी सिंह ने 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की और नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में पहली बार मंत्री के रूप में शपथ ली। खेल और युवा मामलों से जुड़े उनके अनुभव की वजह से उनसे काफी उम्मीदें हैं।

रमा निषाद: Rama Nishad (बीजेपी)
नवीनगर विधानसभा सीट से बीजेपी की नवनिर्वाचित विधायक रमा देवी निषाद बिहार की नई कैबिनेट में शामिल दूसरी महिला चेहरा हैं। निषाद समाज की मजबूत नेता के रूप में जानी जाने वाली रमा देवी ने इस बार एनडीए के लिए महत्वपूर्ण सीट पर जीत हासिल की। ग्रामीण विकास और पिछड़े वर्ग के मुद्दों पर उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है। कैबिनेट में उनकी मौजूदगी से अति पिछड़ा वर्ग को मजबूत प्रतिनिधित्व मिला है।

लेशी सिंह (जदयू)
धमदाहा (पूर्णिया) से लगातार चौथी बार विधायक बनीं जदयू की वरिष्ठ नेत्री लेशी सिंह बिहार कैबिनेट में एकमात्र ऐसी महिला मंत्री हैं जो पहले भी मंत्री रह चुकी हैं। नीतीश कुमार की सबसे भरोसेमंद सहयोगी मानी जाने वाली लेशी सिंह इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण विभाग संभाल चुकी हैं। उनकी वापसी से जदयू कोटे में महिला चेहरों की निरंतरता बनी रही। पूर्णिया और सीमांचल क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ है।

बिहार सरकार कैबिनेट में बीजेपी के 14, जदयू के 8 और अन्य सहयोगियों के मंत्री हैं। महिलाओं का प्रतिनिधित्व करीब 11% है, जो महिलाओं के रिकॉर्ड वोटिंग के हिसाब से कम माना जा रहा है।
नीतीश कुमार की सरकार हमेशा से महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देती रही है – जैसे शराबबंदी, लड़कियों के लिए साइकिल योजना और पंचायती राज में 50% आरक्षण। लेकिन कैबिनेट में महिलाओं की कम संख्या पर सवाल भी उठ रहे हैं।
बिहार विधानसभा 2025 में महिला विधायक: कुल 29
बिहार की 243 सीटों वाली विधानसभा में इस बार कुल 29 महिलाएं चुनाव जीतकर आई हैं। यह संख्या पिछले चुनाव (2020 में 26) से थोड़ी अधिक है और करीब 12% प्रतिनिधित्व दर्शाती है।
- एनडीए से: 26 महिलाएं (बीजेपी और जदयू से सबसे ज्यादा)
- महागठबंधन से: सिर्फ 3 (मुख्य रूप से आरजेडी से)
चुनाव में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा रहा – लगभग 71% महिलाओं ने वोट डाला। महिलाओं के लिए चलाई गई योजनाओं (लाखपति दीदी, जीविका समूह आदि) का असर साफ दिखा। फिर भी विधानसभा और कैबिनेट में महिलाओं की संख्या अभी भी कम है। विशेषज्ञों का मानना है कि महिलाओं को और ज्यादा टिकट और जिम्मेदारी देने की जरूरत है।
महिलाओं की बढ़ती राजनीतिक ताकत
बिहार में महिलाएं अब सिर्फ वोटर नहीं, बल्कि फैसला करने वाली ताकत बन रही हैं। 2025 चुनाव में युवा महिला उम्मीदवारों जैसे मैथिली ठाकुर (बीजेपी) और अन्य ने शानदार जीत दर्ज की। आने वाले दिनों में कैबिनेट विस्तार में और महिलाओं को जगह मिल सकती है।
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