जीवन में शान्ति की तलाश में कैसे कोई अपने धन और वैभव को छोड़कर अध्यात्म की ओर जाता है! कभी ऐश्वर्या राय को टक्कर देने वाली अभिनेत्री बरखा मदान का जीवन प्रेरणादायी और रोमांचक है। इस लेख में हम Barkha Madan Age, Husband, Family, Biography के साथ जीवन की सच्चाई को जानेंगे। जब हम उनके जीवन में आये बदलाव को पढ़ते हैं तो वास्तव में रोंगटे खड़े होने लगते हैं। चलिए आपके साथ साझा करते हैं बरखा मदान की जीवन यात्रा के रोमांचक और प्रेरणादायी पल।

Who is Barkha Madan?: कौन हैं बरखा मदान?
बरखा मदान पूर्व पूर्व मॉडल, ब्यूटी क्वीन, अभिनेत्री और फिल्म निर्माता भी हैं। बरखा ने जीवन की सच्चाई जानने और शांति के लिए बौद्ध भिक्षुणी बनने का निर्णय लिया और अब ‘ग्यालतेन समतेन’ के नाम से जानी जाती हैं। बरखा ने हिंदी और पंजाबी भाषा की फिल्मों में अभिनय किया है और वह टेलीविजन धारावाहिकों में भी दिखाई दी हैं। इसके आलावा उन्होंने कुछ टीवी शो की मेजबानी भी की है। महात्मा बुद्ध को पढ़ने और उनकी विचारधारा से प्रभावित होकर वे बौद्ध धर्म की और आकर्षित हुई और नवंबर 2012 में उन्होंने बौद्ध भिक्षुणी बनने की दीक्षा ली। इसके बाद उन्होंने अपना नाम बरखा मदान के स्थान पर वेन. ग्यालतेन समतेन (Gyalten Samten) रख लिया।
नाम | बरखा मदान |
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वर्तमान नाम | वेन. ग्याल्टेन सम्तेन |
जन्म | 17 अगस्त 1974 |
जन्मस्थान | पंजाब |
आयु ( 2025 ) | 50 वर्ष |
पिता | नाम ज्ञात नहीं |
माता | नाम ज्ञात नहीं |
भाई – बहन | एक बहन |
शिक्षा | अंग्रेजी साहित्य (ऑनर्स) में स्नातक |
पति | अविवाहित |
धर्म | बौद्ध धर्म |
पेशा | पूर्व अभिनेत्री और मॉडल, अब बौद्ध भिक्षुणी |
खान – पान | शाकाहारी |
पसंद | पेंटिंग, मेडिटेशन, फोटोग्राफी, और रेकी |
Biography of Barkha Madan: बरखा मदान का जीवन परिचय
बरखा का जन्म 17 August 1974 को एक पंजाबी परिवार में हुआ था। बरखा ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा पूरी करने के बाद अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की डिग्री (ऑनर्स) हासिल की। बरखा मदान के माता-पिता के नाम हमें उपलब्ध नहीं हैं। उनके पिता भारतीय सेना में थे।
Barkha Madan Family: बरखा मदान का परिवार
बरखा मदान के परिवार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं हैं। उनके पिता आर्मी में थे और माता ग्रहणी हैं। उनकी एक छोटी बहन भी है। इसके अतिरिक्त उनकी पारवारिक स्थिति की जानकारी नहीं हैं।
Barkha Madan Age: बरखा मदान की आयु
17 अगस्त 1974 को जन्मी बरखा अभी 50 वर्ष की हैं। उन्होंने 2012 में सुखमय और आलीशान जीवन त्यागकर बौद्ध धर्मं अंगीकार कर लिया और बौद्ध बिक्षुणीं बन गईं और सर मुंडाकर रक्ति हैं।
Participation in Miss India contest: मिस इंडिया प्रतियोगिता में प्रतिभाग
बरखा ने 1994 में, उन्होंने प्रतियोगिता की विजेता सुष्मिता सेन और ऐश्वर्या राय के साथ फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लिया। उस वर्ष उस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली अन्य सुंदरियों प्रिया गिल, स्वेता मेनन, जेसी रंधावा और मानिनी डे भी शामिल थीं। हालाँकि बरखा प्रतियोगिता की विजेता नहीं बनी मगर उन्हें मिस टूरिज्म इंडिया का खिताब मिला जहां उन्होंने मिस टूरिज्म इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भाग लिया।
बरखा को प्रतियोगिता के अंत में मलेशियाई अभिनेत्री और मॉडल, एमिलिया अब्दुल हामिद के साथ संयुक्त रूप से तीसरा रनर-अप घोषित किया गया, एमिलिया उक्त प्रतियोगिता की उपविजेता थीं। बरखा ने 996 में अक्षय कुमार और रेखा की मुख्य भूमिका वाली बॉलीवुड हिंदी फिल्म ‘खिलाड़ियों का खिलाड़ी’ से फिल्मी यात्रा शुरू की।

बरखा मदान शारीरिक संरचना
नाम | बरखा मदान |
आयु | 50 वर्ष |
लंबाई (लगभग) | सेंटीमीटर में- 172 सेमी मीटर में- 1.72 मी फीट और इंच में- 5’ 8” |
वजन (लगभग) | किलोग्राम में- 65 किग्रा पाउंड में- 143 पाउंड |
फिगर माप (लगभग) | 34-32-34 |
आंखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | भूरा |
Barkha Madan’s Acting Journey: बरखा मदान की अभिनय यात्रा
खिलाड़ियों का खिलाड़ी की सफलता के बाद उनकी भूमिका की काफी सराहना की गई और उन्हें नई फिल्मों के कई प्रस्ताव मिले, लेकिन बरखा ने खुदकी पसंद पर टिका रहना पसंद किया। बरखा ने विदेशी भाषा की फिल्मों में भी काम किया और इंडो-डच फिल्म ड्राइविंग मिस पाल्मेन फिल्म में काम किया। बरखा को मुख्य सफलता 2003 में हाथ लगी जब राम गोपाल वर्मा की हॉरर फिल्म ‘भूत’ में उनकी भूमिका को खूब पसंद किया गया। बरखा ने इस फिल्म में एक भूत की भूमिका निभाई और यह फिल्म सफल रही।
उन्होंने एक फिल्म प्रोडक्शन और वितरण कंपनी भी खोली जिसका नाम गोल्डन गेट एलएलसी था। इस कम्पनी का उद्देश्य प्रतिभाशाली स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहन देना था। अपनी कंपनी के बैनर तले उन्होंने ‘सोच लो’ और सुर्खाब, दो फ़िल्में बनाई जो समीक्षों द्वारा सराही गईं, बरखा इन फल्मों में मुख्य भूमिका में थीं। इसके आलावा बरखा ने 20 से अधिक टेलीविज़न शो में भी हिस्सा लिया।
बरखा की फिमों और टेलीविज़न शो की सूची
फिल्में | वर्ष |
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खिलाड़ीयों का खिलाड़ी | 1996 |
ड्राइविंग मिस पाल्मेन | 1996 |
तेरा मेरा प्यार | 1999 |
भूत | 2003 |
समय: व्हेन टाइम स्ट्राइक्स | 2003 |
सोच लो | 2010 |
सुरखाब | 2012 |
टीवी शो | भूमिका |
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1857 क्रांति | रानी लक्ष्मीबाई |
घर एक सपना | देविका |
सात फेरे – सलोनी का सफर | रेवा सहगल |
सुराग – द क्लू | रूबी अजीत कुमार (एपिसोड 24), रेहाना (एपिसोड 36), मालती महेश सरंग (एपिसोड 42), और पूनम प्रताप सिंह (एपिसोड 51) |
न्याय | – |
बरखा मदान का अध्यात्म की ओर झुकना और बौद्ध धर्म की दीक्षा
महात्मा बुद्ध और उनके द्वारा स्थापित बौद्ध धर्म ने सम्राट अशोक जैसे क्रूर शासक को भी दयालु शासक में बदल दिया था। उसके बाद विश्व में बौद्ध धर्म अहिंसा और दया का पर्यावाची बन गया। बरखा ने जीवन को जानने के लिए नवंबर 2012 में, बौद्ध धर्म अंगीकार कर लिया और एक पूर्णरूपेण बौद्ध भिक्षुणी बनने का मन बना लिया। वे दलाई लामा और बौद्ध धर्म की विचारधारा से अत्यंत प्रभावित थीं।
बौद्ध धर्म की दीक्षा
बरखा को 4 नवंबर 20212 को ‘लामा ज़ोपा रिनपोछे‘ द्वारा सेरा जे मठ में बौद्ध धर्म की दीक्षा दी गई। अपने इस निर्णय को बरखा ने जीवन का सबसे अच्छा निर्णय बतया। इसके बाद बरखा ने अपना नाम ‘ग्याल्टेन समतेन’ रख लिया। उन्होंने अपनी इस आधयात्मिक निर्णय के बारे में उन्होंने कहा-
“जीवन आसान हो गया है। 10 मिनट से भी काम समय में मैं तैयार हो जाती हूँ, और अब एक सूटकेश में मेरा सारा सामान आ जाता है। मेरे पास अब सिर्फ सिर्फ़ दो पीले लबादे, एक जोड़ी चप्पल, बौद्ध ग्रंथों को ऑनलाइन खोजने के लिए एक लैपटॉप और एक मोबाइल है। अब मैं खुदको स्वतंत्र महशूस करती हूँ”

Married Life of Barkha Madan: बरखा मदान का वैवाहिक जीवन
बरखा ने विवाह नहीं किया है और वे अब बौद्ध भिक्षुणी बन कर आध्यात्मिक जीवन का आनंद ले रही हैं।
बरखा मदान का इंस्टाग्राम
बरखा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर सक्रीय हैं और अपने फोटो साझा करती हैं। उनका इंस्टाग्राम अकाउंट barkhamadan17 नाम से है। इंस्टा पर उनके फॉलोवर्स की संख्या 5,263 followers है। यहाँ वे अपने आध्यात्मिक जीवन की तस्वीर साझा करती हैं।
Barkha Madan Net Worth:बरखा मदान की कुल संपत्ति
बरखा की कुल संपत्ति के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। चूँकि वे अब एक बौद्ध भिक्षुणीं बन चुकी हैं तो धन और सम्पत्ति के बारे में उनकी विचारधारा भी बदल चुकी होगी।
बरखा मदान के बारे में ज्ञात / अज्ञात तथ्य
- बरखा मैदान 2012 में बौद्ध भिक्षुणी बनने से पहले मॉडल और अभिनेत्री थी।
- कक्षा 6 में पढ़ते समय बरखा ने अपने आर्मीमैन पिता के साथ सिक्किम में एक बौद्ध मठ का दौरा किया। उन्हें बौद्ध विचारधारा ने बहुत प्रभावित किया और वे फिर से वहां गई। एक साक्षात्कार के दौरान बरखा ने कहा कि दलाई लामा को सुनने के बाद उनके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।
- अपने स्कूल और कॉलेज के दौरान बरखा ने नाटक और सौंदर्य प्रतियोगिताएं में भाग लिया।
- बॉलीवुड फिल्म ‘खिलाड़ियों का खिलाड़ी’ 1996 फिल्म के साथ बॉलीवुड में कदम रखा। इस फिल्म में उन्होंने जेन की भूमिका निभाई।
- बरखा ने ड्राइविंग मिस पाल्मेन (1996), तेरा मेरा प्यार (1999), भूत (2003), समय: व्हेन टाइम स्ट्राइक्स (2003), और सोच लो (2010) जैसी फिल्मों में अभिनय किया। ‘सोच लो’ फिल्म का निर्माण बरखा की प्रोडक्शन कंपनी गोल्डन गेट क्रिएशंस के बैनर टेल किया गया।
- वह सुर्खाब 2015 की फिल्म की सह-निर्माता थीं। बरखा ने इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई।
- 2002 में,बरखा ने दूरदर्शन की श्रृंखला ‘1857 क्रांति’ के साथ टेलीविज़न पर काम शुरू किया, इसमें बरखा ने रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभाया था। घर एक सपना (2007 सहारा वन पर) और डीडी नेटवर्क पर न्याय (1999) जैसी कई प्रमुख टीवी श्रृंखलाओं में अभिनय किया।
- 4 नवंबर 2012 को, बरखा ने कर्नाटक के बायलाकुप्पे में सेरा जे मठ के हरदोंग खांगत्सेन में लामा ज़ोपा रिनपोछे द्वारा बौद्ध धर्म में दीक्षित की गई और भिक्षुणीं बन गईं इसके बाद नाम बदलकर वेन. ग्याल्टेन समतेन हो गई।
- बरखा ने भिक्षुणी बनने का निर्णय अपने माता – पिता की सहमति से लिया।
निष्कर्ष
बरखा मदान की जीवन यात्रा हमने बहुत कुछ सकारात्मक सोचने को मजबूर करती है। जीवन क्या है? वैभव और राजशाही जीवन जीने वाले तमाम सेलिब्रिटी दिन रात चिंतन करके अपने जीवन को अनेक बीमारियों की तरफ ले जा रहे हैं मगर बरखा ने ने वो रास्ता चुना जो शांति और सद्भाव का मार्ग दिखाता है।