भारतीय मूल की चन्द्रिका टंडन को सर्वश्रेष्ठ न्यू एज एल्बम ( Best New Age, Ambient or Chant Album ) के लिए उनका पहला ग्रैमी पुरस्कार मिला। 71 वर्षीय चद्रिका टंडन भारतीय मूल की अमेरिकी व्यवसायी, परोपकारी और ग्रैमी विजेता संगीत कलाकार हैं। टंडन की बहन इंदिरा नूई हैं जो पेप्सिको की सीईओ रह चुकी हैं।
आइए जानते हैं Chandrika Tandon Grammy Award Winner: चन्द्रिका टंडन की आयु, पति, बच्चे, नेट वर्थ बायोग्राफी के बारे में।

chandrika Tandon Early Life: चन्द्रिका टंडन का प्रारम्भिक जीवन
चन्द्रिका टंडन का वास्तविक नाम चंद्रिका कृष्णमूर्ति टंडन है। उनका जन्म दक्षिण भारत के प्रमुख राज्य मदास ( अब चेन्नई ) में 1954 में हुआ था। चन्द्रिका के पिता का नाम कृष्णामूर्ति था जो एक बैंकर थे। उनकी माता का नाम सांथा कृष्णमूर्ति था और वे एक संगीतकार थी। चन्द्रिका की एक छोटी बहन इंदिरा नूई है और एक भाई नंदू नारायणन है।
नाम | चन्द्रिका टंडन |
पूरा नाम | चंद्रिका कृष्णमूर्ति टंडन |
जन्म | 1954 |
जन्मस्थान | मद्रास ( अब चेन्नई ) भारत |
आयु | 71 वर्ष |
पिता | कृष्णामूर्ति |
माता | सांथा कृष्णमूर्ति |
शिक्षा | व्यापार प्रभंधन में डिग्री |
कॉलेज | आईआईएम अहमदाबाद, गुजरात |
पति | राजन टंडन |
संतान | लिटा टंडन |
दामाद | जेम्स लिगटेनबर्ग, |
भाई | नंदू नारायणन |
बहन | इंदिरा नूई |
नागरिकता | अमेरिकी |
पेशा | व्यवसायी, परोपकारी और संगीतकार |
पुरस्कार | ग्रैमी पुरस्कार ( 2025 ) |
Chandrika Tandon Education: चन्द्रिका टंडन की शिक्षा
चन्द्रिका का जन्म एक तमिल रूढ़िवादी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। परिवार की सबसे बड़ी बेटी के रूप में जन्मी चन्द्रिका की शादी 18 वर्ष की आयु में कर दी गई। मगर चन्द्रिका को पढ़ने का शौक था और उन्होंने अपनी पढाई को जारी रखने के लिए अपनी माँ से झगड़ा किया और 2 दिन तक खाना नहीं खाया।
चन्द्रिका की प्रारम्भिक शिक्षा कॉन्वेंट स्कूल, होली एंजेल्स एंग्लो इंडियन हायर सेकेंडरी मदास में पूरी हुई। अपने दादा से प्रभावित चन्द्रिका ने उच्च शिक्षा के लिए मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज में में प्रवेश लिया, हालाँकि उनकी माँ इसके लिए तैयार नहीं थी।
मद्रास कॉलेज में उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद चन्द्रिका कानून की पढाई करना चाहती थी और अपने दादा की तरह एक जज बनना चाहती थी। मगर अपने प्रोफेसर के कहने पर उन्होंने भारतीय प्रबंधन संसथान ( IIM अहमदाबाद ) अहमदाबाद में प्रवेश लिया। इस तरह उन्होंने व्यवसाय के क्षेत्र में अपना करियर बनाया। चंद्रिका ने सिटीबैंक में नौकरी शुरू की और बेरूत में काम किया।
Chandrika Tandon Marriage: चन्द्रिका टंडन का विवाह
चन्द्रिका टंडन का विवाह 18 वर्ष की आयु में वर्ष 1972 में राजन टंडन से हुआ। राजन टंडन लिब्रा एडवाइजर्स के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, 1990 में स्थापित एक हेज फंड, जिसे हाल ही में एक पारिवारिक कार्यालय में बदल दिया गया था। इस तरह चन्द्रिका कृष्णमूर्ति, चंद्रिका कृष्णमूर्ति टंडन हो गईं।
Chandrika Tandon Age: चन्द्रिका टंडन की आयु
चन्द्रिका टंडन का जन्म 1954 में तत्कालीन मदास में हुआ और वे अभी 71 वर्ष की हैं। 71 वर्ष की आयु में, उन्होंने अपना पहला ग्रैमी अवार्ड जीता – त्रिवेणी के लिए सर्वश्रेष्ठ न्यू एज, एबिएंट या चैंट एल्बम का पुरस्कार, एक संयुक्त प्रयास जिसमें थ्री ग्रैमी पीस वाले दक्षिण अफ़्रीकी फ़्लोटिस्ट वॉटर केलरमैन और जापानी मूल के सेलिस्ट इरु मात्सुमोतो का संगीत भी शामिल था।
Chandrika Tandon Family: चन्द्रिका टंडन का परिवार
चन्द्रिका टंडन आत्मा मंत्र संगीत (Soul Chants Music) की अध्यक्ष एवं संस्थापक, टंडन फाउंडेशन की अध्यक्ष, टंडन कैपिटल एसोसिएट्स, की संस्थापक और अध्यक्ष हैं। चन्द्रिका ने 1972 में राजन टंडन (Chairman of Libra Advisors ) से विवाह किया। दंपत्ति की एक बेटी लिटा टंडन है। इंदिरा नूई चन्द्रिका की छोटी बहन हैं। चन्द्रिका के पिता कृष्णमूर्ति एक बैंककर्मी थे और उनकी माता सांथा कृष्णमूर्ति एक संगीतकार थी। उनका एक भाई नंदू नारायणन है।
Chandrika Tandon and Indira Nooey: चन्द्रिका टंडन और इंदिरा नूई
चन्द्रिका टंडन और इंदिरा नूई सगी बहन हैं और इंदिरा नूई एक भारतीय मूल की अमेरिकी व्यवसायी और पेप्सिको की पूर्व सीईओ हैं। वह फॉर्च्यून 50 कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली गैर स्वेत और अप्रवासी महिला थीं।

Chandrika Tandon Net Worth: चन्द्रिका टंडन की नेट वर्थ
चन्द्रिका टंडन की कुल सम्पत्ति के विषय में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है मगर उन्होंने 2015 में, पति रंजन टंडन के साथ न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग स्कूल को 100 मिलियन डॉलर का दान दिया। इसी से उनकी कुल सम्पत्ति का अंदाज़ा लगया जा सकता है।
Chandrika Tandon Husband: चन्द्रिका टंडन के पति
चन्द्रिका टंडन के पति राजन टंडन हैं जो एक व्यवसायी और परोपकारी व्यक्ति हैं। रंजन टंडन आईआईटी कानपुर इंजिनियर और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से व्यापर प्रबंधन में डिग्री ली है, वह एक सफल व्यवसायीऔर एक सामाजिक परोपकारी व्यक्ति हैं, जिनके योगदान ने शिक्षा और सामुदायिक विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। चन्द्रिका और राजन का विवाह 1972 में हुआ था।

Chandrika Tandon Daughter: चन्द्रिका टंडन की बेटी
चन्द्रिका टंडन और राजन टंडन की एक बेटी है जिसका नाम लिटा प्रियंका टंडन है। लिटा ने हार्वर्ड से एम.बी.ए. किया है, और प्रबंधन परामर्श फर्म मैकिन्से एंड कंपनी के न्यूयॉर्क कार्यालय में एक सहयोगी के रूप में काम किया है। 2010-12 तक, वह टीच फॉर अमेरिका में एक कोर सदस्य थीं, जहां वे वाशिंगटन में एक पूर्व चार्टर प्राथमिक विद्यालय, आर्ट्स एंड टेक्नोलॉजी अकादमी में तीसरी कक्षा को पढ़ाती थीं।
लिटा का विवाह 2015 में जेम्स लिगटेनबर्ग, के साथ हुआ है। लिगटेनबर्ग, संयुक्त राज्य अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सैमुअल ए. एलिटो जूनियर के लिए एक कानून क्लर्क के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले वह गिब्सन, डन एंड क्रचर नामक लॉ फर्म के लिए वाशिंगटन में एक वकील के सहयोगी के रूप में काम करता था। उन्होंने ग्रैंड रैपिड्स, मिशिगन में कैल्विन कॉलेज से स्नातक किया।

Important Facts About Chandira Tandon: चन्द्रिका टंडन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- चंद्रिका कृष्णमूर्ति टंडन का जन्म 1954 में मद्रास ( अब चेन्नई ) भारत में हुआ।
- चंद्रिका को बचपन से ही संगीत से गहरा लगाव था। उनकी माँ एक प्रशिक्षित संगीतकार थीं, और घर में सुबह 4:30 बजे से ही संगीत की धुनें गूंजती थीं। चंद्रिका कहती हैं-
“मैंने बोलने से पहले गाना शुरू कर दिया था। संगीत मेरी पहचान है।”
- चंद्रिका ने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से स्नातक किया और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), अहमदाबाद गुजरात से MBA की डिग्री प्राप्त की।
- 1975 में MBA पूरा करने के बाद, चंद्रिका ने सिटीबैंक में नौकरी शुरू की और बेरूत में काम किया। बाद में, वह मैकिन्से एंड कंपनी में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
- 1990 के दशक में, चंद्रिका ने टंडन कैपिटल एसोसिएट्स की स्थापना की, जिसने वैश्विक वित्तीय संस्थानों को पुनर्गठित कर अरबों डॉलर का बाजार पूंजीकरण एकत्र किया।
- व्यवसाय में सफलता के बावजूद, चंद्रिका ने अपने जीवन के पहले प्यार संगीत की ओर रुख किया। उन्होंने भारतीय संगीत की शिक्षा ली और 2011 में उनके एल्बम “सोल कॉल” को ग्रैमी नामांकन मिला।
- चंद्रिका और उनके पति ने NYU स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग ( अब NYU टंडन ) को $100 मिलियन का दान दिया। इस स्कूल का नाम अब NYTU है।
- चंद्रिका ने लिंकन सेंटर, वर्ल्ड कल्चर फेस्टिवल और स्मिथसोनियन जैसे प्रतिष्ठित स्थानों पर संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं।
चंद्रिका का मानना है कि अमेरिका में आपकी शुरुआत नहीं, बल्कि आपकी मेहनत और लगन मायने रखती है।
- चंद्रिका को होरेशियो अल्जर एसोसिएशन का सदस्य बनने पर गर्व है, जहाँ वह युवा छात्रों को प्रेरित करने के लिए काम करती हैं।
Chandrika Tandon Acchivments:चन्द्रिका टंडन की उपलब्धियां
क्षेत्र | वर्ष | उपलब्धि | सामान्य विवरण |
---|---|---|---|
व्यवसाय | 1975 | आईआईएम अहमदाबाद से स्नातक (MBA ) | – |
व्यवसाय | 1975 | लेबनानी गृहयुद्ध के दौरान बेरूत में सिटीबैंक के कार्यकारी के रूप में काम किया | – |
व्यवसाय | – | मैकिन्से एंड कंपनी में पहली भारतीय-अमेरिकी साझेदार बनीं | 24 वर्ष की आयु में मैकिन्से में शामिल हुए |
व्यवसाय | 1992 | टंडन कैपिटल एसोसिएट्स का गठन किया | चेस मैनहट्टन कॉर्पोरेशन, कोमेरिका, यूनिबैंको, सनकॉर्प-मेटवे लिमिटेड, फ्लीट फाइनेंशियल ग्रुप, बैंक ऑफ अमेरिका, राबोबैंक, और एबीएन अम्रो जैसे ग्राहकों को सलाह दी |
परोपकार | 2004 | कृष्णमूर्ति टंडन फाउंडेशन की स्थापना की | समुदाय निर्माण, कला और आध्यात्मिकता पर केंद्रित |
परोपकार | – | एनवाईयू पॉलिटेक्निक स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग को $100 मिलियन दान दिए | एनवाईयू टंडन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग हो गया |
परोपकार | – | मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज को योगदान और बॉयड-टंडन स्कूल ऑफ बिजनेस की स्थापना की | सलाहकार परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य करती हैं |
परोपकार | 2009 | विभिन्न संगठनों को दान दिए | अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन, आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन, वर्ल्ड म्यूजिक इंस्टीट्यूट, लिंकन सेंटर, टीच फॉर अमेरिका, येल यूनिवर्सिटी, बर्कली कॉलेज ऑफ म्यूजिक, अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज, एनवाईयू |
संगीत | 2009 | पहला स्टूडियो एल्बम जारी किया: सोल कॉल | 53वें वार्षिक ग्रैमी अवार्ड्स (2011) में बेस्ट कंटेम्पररी वर्ल्ड म्यूजिक एल्बम के लिए नामांकित |
संगीत | 2013 | दूसरा स्टूडियो एल्बम जारी किया: सोल मार्च | महात्मा गांधी के नमक मार्च से प्रेरित; 75 से अधिक संगीतकारों ने भाग लिया |
संगीत | 2014 | तीसरा स्टूडियो एल्बम जारी किया: सोल मंत्र | नौ रागों में ओम नमः शिवाय का जाप किया गया |
संगीत | 2017 | चौथा स्टूडियो एल्बम जारी किया: शिवोहम – द क्वेस्ट | संस्कृत प्रार्थना को अंग्रेजी छंदों के साथ मिलाया गया; चार महाद्वीपों में नौ स्टूडियो में रिकॉर्ड किया गया |
संगीत | 2023 | पांचवां स्टूडियो एल्बम जारी किया: अम्मू’स ट्रेजर्स | ग्लोबल म्यूजिक अवार्ड्स (2023) में चिल्ड्रन म्यूजिक में गोल्ड मेडल जीता |
संगीत | 2025 | छठा स्टूडियो एल्बम जारी किया: त्रिवेणी | वाउटर केलरमैन और एरू मात्सुमोटो के साथ सहयोग; 2025 ग्रैमी में बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट, या चांट एल्बम के लिए नामांकित |
Conclusion: निष्कर्ष
इस प्रकार चन्द्रिका टंडन ने भारतीय जड़ों को मजबूत करते हुए अमेरिका में अपने कदम जमाये हुए अपने पति के साथ मिलकर एक सफल उद्यमी के रूप में सफलता हासिल की। अपनी माता के सपने को जीने वाली चन्द्रिका ने संगीत के क्षेत्र में भी सफलता हासिल की और अब ग्रेमी पुरस्कार प्राप्त कर ख्याति अर्जित की है। चन्द्रिका का जीवन और उनकी उपलब्धियां प्रेरणादायक हैं।
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